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एटक ट्रेड यूनियन का क्षेत्रीय सम्मेलन हर्षोल्लास के बीच भटगांव में हुआ संपन्न, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को किया गया सम्मानI


सूरजपुर/भटगांव:-- एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में एसकेएमएस एटक ट्रेड यूनियन का क्षेत्रीय सम्मेलन 12 जनवरी को भटगांव स्थित स्टाफ क्लब में आयोजित किया गया। जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कामरेड हरिद्वार सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं एसकेएमएस के केंद्रीय महासचिव एवं विशिष्ट अतिथि अजय विश्वकर्मा, मध्यप्रदेश से एटक के भूतपूर्व महासचिव  अजीत जैन  बिश्रामपुर के एटक के नेता  हीरालाल, पंकज गर्ग, हरगोविंद सिंह कार्यक्रम में उपस्थित थे। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड मनोज पांडेय क्षेत्रीय महामंत्री ने की। 
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में एटक ट्रेड यूनियन का क्षेत्रीय महासम्मेलन भटगांव स्थित स्टाफ क्लब में 12 जनवरी को देर शाम संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में एटक के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर भटगांव पधारे अपने केंद्रीय नेताओं का और साथ ही महामाला से कामरेड हरिद्वार सिंह का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में  हरिद्वार सिंह ने भारत सरकार के श्रम संशोधन कानूनों और उसका कोयला मजदूरों पर दुष्प्रभाव के साथ भारत सरकार की विनिवेशीकरण की नीतियों के दुष्प्रभाव एवं सरकार की महंगाई बढ़ाने वाली नीतियों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा किया। कोल इंडिया के 11वां वेतन समझौता की कार्यवाही के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई एवं 19 परसेंट एमजीबी से वेतन में होने वाली बढ़ोतरी पर चर्चा किया और यह विश्वास दिलाया कि सभी श्रम संगठनों की एकता एवं कोयला मजदूरों की ताकत के साथ कोल इंडिया में होने जा रहा 11वां वेतन समझौता समूचे भारत के पब्लिक सेक्टर के लिए एक ऐतिहासिक समझौता होगा। जिसमें कोयला मजदूरों को 7000 प्रति माह से 25000 प्रति माह तक का लाभ होगा। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि अभी सिर्फ एमजीबी पर सहमति हुई है अभी नाइट अलाउंस अंदर ग्राउंड अलाउंस समेत कोयला कामगारों को मिलने वाले कई महत्वपूर्ण अलाउंस पर चर्चा होनी बाकी है। साथियों आपको विश्वास दिलाता हूं कि पहला गोल हम ने मारा है तो आखिरी गोल भी हम ही मारेंगे। उन्होंने इनकम टैक्स की छूट नहीं बढ़ाने के लिए भारत सरकार की नीतियों की आलोचना की। भारत सरकार की वर्तमान नीतियों के कारण मध्यम वर्ग पर टैक्स का बोझ लगातार बढ़ रहा है ।
  उन्होंने जानकारी दिया कि भारत सरकार के अगले बजट सत्र से पूर्व पूरे भारत के 10 केंद्रीय श्रम संगठन नई दिल्ली में  30 जनवरी महात्मा गांधी के शहादत दिवस के दिन भारत सरकार की महंगाई बढ़ाने वाली नीतियों के खिलाफ, विनिवेशिकरण के खिलाफ, पब्लिक सेक्टर को बेचने के खिलाफ और श्रम कानूनों में सामाजिक सुरक्षा को कमजोर करने वाले कानून बनाने के खिलाफ एक आंदोलन की शुरुआत करने जा रहे हैं। 30 जनवरी को नई दिल्ली में 10 केंद्रीय श्रम संगठनों का संयुक्त कार्यक्रम होगा। उन्होंने कोयला मजदूरों को विगत कई वर्षों में लगातार किए गए सफल हड़ताल के लिए बधाई दिया एवं आगे भी आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। वही कामरेड अजय विश्वकर्मा ने एटक यूनियन के विगत 102 वर्षों के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा करते हुए साथियों का आवाहन किया कि हम मजदूरों के लिए लगातार संघर्ष में बने रहें। वही कामरेड अजीत जैन ने भारत सरकार की वर्तमान नीतियों के कारण आम जनता और मजदूरों को होने वाले कष्ट पर चर्चा किया।
तत्पश्चात कार्यक्रम में एटक  के भूतपूर्व पदाधिकारी कोयला मजदूरों का भी सम्मान करते हुए मोमेंटो प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन मनोज पांडेय ने किया।

लगातार चौथी बार मनोज पांडेय को महासचिव की मिली जिम्मेदारी।

कार्यक्रम के अंत में भटगांव क्षेत्र में एटक यूनियन की नई समिति का गठन किया गया। जिसमें कौशल चंद्रा को क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं  मनोज पांडेय को लगातार चौथी बार क्षेत्रीय सचिव के पद पर सर्वसम्मति से चुना गया। अन्य पदाधिकारियों में कार्यवाहक अध्यक्ष अखलाक खान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुंज बिहारी यादव, महेंद्र सिंह, उमा यादव, हरेंद्र सिंह, विजय राजवाड़े, शिवनाथ राजवाड़े, आकाश विश्वकर्मा, प्रेमचंद सांडे, पुष्पराज सिंह, हरीश बाड़ा, अशर्फीलाल गुप्ता, नरेंद्र श्रीवास्तव, बी.के. दुबे, समारू सिंह पोर्ते, संजीव सिंह, नीरज शर्मा, लल्लू यादव, नकुल प्रसाद, हीरालाल यादव, ठुनुवा राम, मोहम्मद अलीमुद्दीन क्षेत्रीय पदाधिकारी चुने गए।